What Is SIR In Election In Hindi : चुनाव आयोग नें देश भर में मतदाता सूची पूनरिक्षण यानी एसआईआर का ऐलान कर दिया गया है प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ‘ज्ञानेश कुमार’ ने इसकी घोषणा की एसआईआर की शुरुआत पहले उन राज्यों से होगी जहां अगले कुछ महीनो में चुनाव होने वाले हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार में SIR की तैयारी के आधार पर चयनित राज्यों में (एसआईआर SIR) की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक पोलिंग बूथ पर 1000 वोटर होंगे। एसआईआर का दूसरा चरण 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश में शुरू होगा। इसमें अंडमान निकोबार दीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पांडिचेरी, राजस्थान,तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल भी शामिल है।
What Is SIR In Election In Hindi : क्या हैं SIR का उद्देश्य?
मतदाता सूची में नाम की शुद्धता नए नाम जोड़ना काटना सुधार करना और हस्तांतरण सुनिश्चित करना होता है जब निर्वाचन आयोग को लगता है कि मतदाता सूची बहुत अधिक असंतुलित हो गई है (उदाहरण के लिए मृत व्यक्तियों के नाम डुप्लीकेट प्रविष्टियां अपूर्ण जानकारी) और जब आम मतदाता पुनरीक्षण (Annual Revision) से इसे ठीक करना पर्याप्त नहीं होता है तब निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को अपनाया जाता है।
SIR प्रक्रिया में क्या-क्या होता है?
What Is SIR In Election In Hindi : SIR की प्रक्रिया के दौरान जिन-जिन राज्यों में प्रक्रिया होनी है वहां ब्लॉक स्तर के अधिकारी (BLOs) की नियुक्ति की जाती है इसके अलावा बूथ लेवल पर भी इसको लेकर आयोग द्वारा कैंप लगाया जाता है प्रक्रिया के दौरान BLOs घर-घर जाकर सत्यापन का काम करते हैं इस दौरान BLOs फॉर्म 6,7,8 के माध्यम से आवेदन नया नाम जोड़ना हटाना सुधार करना आदि के कामों को पूरा करते हैं इस दौरान यदि किसी मतदाता को अपील करनी है तो वह जिला अधिकारी से कर सकता है वहां से भी यदि मतदाता संतुष्ट नहीं होता है तो मतदाता राज्य के मुख्य निर्वाचन आयोग अधिकारी से भी अपील कर सकता है।
SIR का क्या हैं शेड्यूल?
What Is SIR In Election In Hindi : मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि फिर की दूसरी पेज की प्रक्रिया शुरू हो गई है प्रिंटिंग और ट्रेनिंग का काम 28 अक्टूबर 2025 से 3 नवंबर 2025 तक चलेगा 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक घर घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटा जाएगी वहीं 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का ड्राफ्ट पेश किया जाएगा। आपत्ति 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक कर सकते हैं तथा सुनवाई और सत्यापन 9 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक होगी। और अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को जारी कर दिया जाएगा।

SIR के लिए जरुरी दस्तावेज
- पेंशनर पहचान पत्र
- किसी सरकारी विभाग द्वारा जारी पहचान पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट
- दसवीं की मार्कशीट
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- वन अधिकार प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- राष्ट्रीय रजिस्टर में नाम
- परिवार रजिस्टर में नाम
- आधार कार्ड
- जमीन या मकान आवंटन पत्र
2003 वाली वोटर लिस्ट क्यों है इतनी जरूरी?
What Is SIR In Election In Hindi : अगर आप 2003 में आपका नाम लिस्ट में नहीं था क्योंकि आप नाबालिक थे तो आपके माता-पिता की 2003 की वोटर आईडी का नंबर जरूरी है या साबित करने के लिए कि आपका परिवार उसे पति पर 2003 से रहता आया है इसके बाद आप उसे क्षेत्र के वोटर बनने के पात्र है अगर 2003 की वोटर लिस्ट में आपका नाम था तो उसे लिस्ट का वोटर आईडी नंबर (एपिक नंबर) की जरूरत होगी
काफी समय से वोटर लिस्ट पर आरोप लगाते रहे हैं कि इसमें कई गलतियां हैं कई पार्टी का शिकायत कर चुकी है CES के शब्दों में SIR जरूरी है और क्योंकि वोटर लिस्ट की शुद्धता लोकतंत्र की बुनियाद है 1951 से 2004 के बीच 8बार SIR हो चुका है अब फिर यह प्रक्रिया आ रही है ताकि भविष्य में वोटिंग विवाद ना हो।
क्यों जरूरी है SIR?
What Is SIR In Election In Hindi : निर्वाचन कानून के अनुसार मतदाता सूची का पुनरीक्षण हर चुनाव से पहले या आवश्यकता पड़ने पर किया जाना चाहिए लेकिन पिछले दो दशकों में सामाजिक जनसांख्यिकीय बदलाव, बार-बार की पलायन, मृत्यु मतदाताओं के नाम ना हटने, और विदेशी नागरिकों के गलत शामिल होने जैसी समस्याओं के कारण मतदाता सूचियां की शुद्धता पर सवाल उठे हैं इसलिए यह विशेष पुनरीक्षण अत्यंत आवश्यक माना जा रहा है।
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