Independence Day 2025 : 15 अगस्त 2025 को भारत अपना स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन इस बार लोगों के मन में एक बड़ा सवाल है – “2025 का स्वतंत्रता दिवस 78वां है या 79वां?” कई बार गिनती में लोग भ्रमित हो जाते हैं, इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको सही जवाब, गिनती की विधि, इतिहास और 2025 के स्वतंत्रता दिवस की खास बातें बताएंगे। इस साल Independence Day 2025 का स्वतंत्रता दिवस खास होगा क्योंकि सरकार ने इसका थीम “विकसित भारत – हर घर तिरंगा” रखा है। यह सिर्फ उत्सव का नहीं, बल्कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प का भी प्रतीक है।
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
Independence Day 2025 : भारत पर लगभग दो शताब्दियों तक ब्रिटिश शासन रहा। 1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन तक, कई क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महानायक इस आज़ादी की लड़ाई में अग्रणी रहे।
15 अगस्त 1947 को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता की घोषणा की। उनके प्रसिद्ध भाषण “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” ने देशवासियों के दिलों में ऊर्जा भर दी।
कितने साल हो गए आजादी को?
जब आप पहली बार कैलकुलेट करते हैं तो इसका जवाब काफी आसान और सिंपल सा लगता है। इसके लिए आपको कुछ नहीं करना है जवाब के लिए आपको 2025 से 1947 को घटा देना है जब आप ऐसा करते हैं तो इसका जवाब निकाल कर आता है 78 अब आप संतुष्ट हो गए होंगे! लेकिन बता दे कि इसका जवाब कुछ और ही है। जब बात आती है स्वतंत्रता दिवस की गिनती करने की तो इसका तरीका अलग होता है। इसके लिए आपको साल 1947 के आजादी दिवस को पहले स्वतंत्रता दिवस के तौर पर गिनना होगा। क्योंकि इसी दिन भारत में अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया था।
उसके बाद जितने भी स्वतंत्रता दिवस आए वे एक के बाद एक जुड़ते चले गए आसान शब्दों में कहें तो 1948 में जो स्वतंत्रता दिवस मनाया गया वह भारत का दूसरा स्वतंत्रता दिवस था। इस हिसाब से अगर देखा जाए तो भारत 2025 (Independence Day 2025) में अपना 78वां नहीं बल्कि 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा है।
15 अगस्त 2025 क्यों है खास?
Independence Day 2025 : कई मायनों में ऐतिहासिक और विशेष होगा:
- 78वीं वर्षगांठ – आज़ादी के 78 साल पूरे होने का जश्न।
- आजादी का अमृत महोत्सव का समापन – यह वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के अंतिम चरण का प्रतीक है, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
- विकसित भारत 2047 मिशन – प्रधानमंत्री लाल किले से देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का रोडमैप देंगे।
- विशेष सजावट – पूरे देश में सरकारी इमारतों और ऐतिहासिक स्थलों को तिरंगे की रोशनी से सजाया जाएगा।
- डिजिटल भागीदारी – सोशल मीडिया और ऑनलाइन अभियानों के जरिए “हर घर तिरंगा” अभियान को बढ़ावा दिया जाएगा।
आइये ऐसे समझते हैं –
यहाँ देखें 1947 = 1वां
1948 = 2वां
…
2025 = 79वां
लोग अक्सर 2025-1947 = 78 निकालकर इसे 78वां मान लेते हैं, लेकिन 1947 को भी गिनती में शामिल करना जरूरी है।
लाल किले से प्रधानमंत्री का भाषण
हर साल स्वतंत्रता दिवस का सबसे खास क्षण होता है लाल किले से प्रधानमंत्री का संबोधन। इस दिन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, 21 तोपों की सलामी दी जाती है, और राष्ट्रगान बजाया जाता है। इसके बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं।
Independence Day 2025 : इस वर्ष का भाषण खास होने की संभावना है, जिसमें प्रधानमंत्री “विकसित भारत 2047” के लक्ष्यों को साझा करेंगे। इस भाषण में निम्न बिंदु प्रमुख हो सकते हैं:
- डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी में भारत की भूमिका
- महिला सशक्तिकरण और शिक्षा सुधार
- जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा की योजनाएं
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का संतुलित विकास
- स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा
लाल किले से प्रधानमंत्री का यह संबोधन केवल नीतिगत घोषणाओं तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह हर भारतीय में देशभक्ति की भावना और एकजुटता का संचार करता है।
स्कूल-कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस मनाने के तरीके
Independence Day 2025 : 15 अगस्त का उत्सव केवल राष्ट्रीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्कूल और कॉलेजों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
सामान्य कार्यक्रम इस प्रकार होते हैं:
- तिरंगा फहराना – सुबह ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत।
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियां – देशभक्ति गीत, नृत्य, कविता और नाटक।
- प्रतियोगिताएं – भाषण, निबंध, पेंटिंग और क्विज़।
- परेड और झांकी – छात्र स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और ऐतिहासिक घटनाओं का मंचन करते हैं।
- मिठाई वितरण – बच्चों को लड्डू या मिठाई बांटी जाती है।
Independence Day 2025 : इस वर्ष में, कई शैक्षणिक संस्थान डिजिटल माध्यम से भी कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जैसे ऑनलाइन देशभक्ति क्विज़, वर्चुअल कविता पाठ, और ऐतिहासिक फिल्मों की स्क्रीनिंग।
स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान
Independence Day 2025 : भारत की आज़ादी असंख्य वीरों के त्याग और साहस का परिणाम है:
स्वतंत्रता सेनानी योगदान
- महात्मा गांधी – सत्याग्रह और अहिंसा के जरिए आंदोलन का नेतृत्व
- भगत सिंह – क्रांतिकारी गतिविधियों से युवाओं को प्रेरित किया
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस – आज़ाद हिंद फौज का गठन और विदेशी मोर्चे से संघर्ष
- रानी लक्ष्मीबाई – 1857 के विद्रोह में वीरता से लड़ीं
- सरदार पटेल- देशी रियासतों का एकीकरण किया
- चंद्रशेखर आज़ाद – क्रांति की मशाल जलाए रखी
इन सभी महापुरुषों का योगदान सिर्फ इतिहास में नहीं, बल्कि आज भी हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश की प्रगति में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
Independence Day 2025 : इस वर्ष का थीम
इस साल का संभावित थीम होगा — “विकसित भारत – हर घर तिरंगा”। इसके तहत:
- हर नागरिक अपने घर पर तिरंगा फहराएगा।
- डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर देशभक्ति की कहानियां और फोटो शेयर किए जाएंगे।
- पर्यावरण अनुकूल तरीके से उत्सव मनाने पर जोर दिया जाएगा।
15 अगस्त पर देशभक्ति के नारे
“जय हिंद” – नेताजी सुभाष चंद्र बोस
“वंदे मातरम्” – बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय
“इंकलाब जिंदाबाद” – भगत सिंह
“साइमन गो बैक” – स्वतंत्रता आंदोलन का नारा
निष्कर्ष – Independence Day 2025 : 15 अगस्त 2025 सिर्फ अतीत की याद का दिन नहीं, बल्कि भविष्य के लिए संकल्प लेने का अवसर है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने किस साहस और त्याग से यह आज़ादी हासिल की। 2025 का स्वतंत्रता दिवस हमें प्रेरित करता है कि हम एकजुट होकर भारत को विकसित, समृद्ध और विश्व में अग्रणी राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्य करें।