UTTAR PRADESH : उत्तर प्रदेश का इतिहास 4000 वर्ष पुराना हैं पहले इसके क्षेत्र पर आर्यों का कब्जा था। कार्यकाल में ही महाभारत और रामायण महाकाव्य की रचना की गई। प्रदेश ने ईसा पूर्व के मध्य में बौद्ध धर्म का प्रचार प्रसार को दिखा बाद में यहां की सत्ता पर नंद वंश और फिर मौर्य वंश ने शासन किया इतिहास कारों का मानना है कि यह शहर हर्षवर्धन के शासनकाल के दौरान अपने गौरव के शिखर तक पहुंचा था।
प्रदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर मुस्लिम शासन की आगमन से काफी प्रभाव पड़ा। समय के साथ मुगल शासन के पतन और अंग्रेज के आगमन का गवाह बना। प्रदेश के इतिहास ब्रिटिश शासन के दौरान और उसके बाद देश के इतिहास के साथ समान रूप से चला। स्वतंत्रता आंदोलन में राज्य के लोगों का योगदान महत्वपूर्ण था। आईए जानते हैं भारत की एक महत्वपूर्ण प्रदेश के बारे में जिसका नाम “उत्तर प्रदेश” है।
UTTAR PRADESH : उत्तर प्रदेश का इतिहास
उत्तर प्रदेश भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जिसका इतिहास अत्यंत समृद्ध और विविधतापूर्ण है। इसकी भूमि पर अनेक महान साम्राज्यों, संतों, स्वतंत्रता सेनानियों और सांस्कृतिक आंदोलनों का प्रभाव पड़ा है। उत्तर प्रदेश का इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा हुआ है।
UTTAR PRADESH : प्राचीन काल
उत्तर प्रदेश का इतिहास वैदिक काल तक जाता है। इस क्षेत्र का उल्लेख ऋग्वेद, महाभारत और रामायण में मिलता है। यहां स्थित अयोध्या, मथुरा, वाराणसी और प्रयागराज (प्रयाग) जैसे नगर प्राचीन काल से ही धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र रहे हैं।
वैदिक काल: उत्तर प्रदेश का क्षेत्र वैदिक सभ्यता का प्रमुख केंद्र था। प्रयागराज को तीर्थराज कहा जाता है और इसे तीन पवित्र नदियों — गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल के कारण धार्मिक महत्व प्राप्त है।
रामायण और महाभारत काल: अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है, जो रामायण के केंद्र में स्थित है। वहीं, मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है, जो महाभारत काल में एक प्रमुख स्थल था।
बौद्ध एवं जैन धर्म: बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ (वाराणसी के निकट) में दिया था। कुशीनगर में भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। इस क्षेत्र में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के अनेक स्थल हैं।
UTTAR PRADESH : प्रमुख प्राचीन साम्राज्य
- मौर्य साम्राज्य (321-185 ईसा पूर्व): सम्राट अशोक के शासनकाल में बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ और सारनाथ एक प्रमुख केंद्र बना।
- गुप्त साम्राज्य (319-550 ईस्वी): गुप्त वंश के दौरान उत्तर प्रदेश में विज्ञान, कला और साहित्य का अद्भुत विकास हुआ।
- हर्षवर्धन काल (606-647 ईस्वी): हर्ष के शासनकाल में कन्नौज उनकी राजधानी थी और यह उत्तर भारत का एक प्रमुख राजनीतिक केंद्र बन गया था।
UTTAR PRADESH : मध्यकालीन इतिहास
मध्यकाल में उत्तर प्रदेश पर कई मुस्लिम आक्रमणकारियों ने आक्रमण किया, जिनमें ग़ोरी, खिलजी और तुगलक वंश शामिल हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और सामाजिक ताने-बाने पर गहरा प्रभाव पड़ा।
दिल्ली सल्तनत (1206-1526): इस काल में अवध, कन्नौज और बनारस जैसे शहर महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र बने।
मुगल साम्राज्य (1526-1857): मुगल काल में आगरा और फतेहपुर सीकरी जैसे शहरों का निर्माण हुआ। शाहजहां ने आगरा में प्रसिद्ध ताजमहल का निर्माण कराया।
UTTAR PRADESH : ब्रिटिश शासन और स्वतंत्रता संग्राम
18वीं शताब्दी के अंत तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। इस काल में उत्तर प्रदेश को ‘यूनाइटेड प्रोविंस ऑफ आगरा एंड अवध’ कहा जाता था।
1857 का विद्रोह: मेरठ, कानपुर, झांसी और लखनऊ में 1857 के विद्रोह के दौरान क्रांतिकारी गतिविधियां जोरों पर थीं। मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई और बेगम हजरत महल जैसे वीर योद्धाओं ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया।
राष्ट्रीय आंदोलन: महात्मा गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के नागरिकों ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चौरी-चौरा कांड (1922) और काकोरी कांड (1925) जैसे ऐतिहासिक घटनाएं यहीं हुईं।
UTTAR PRADESH : आधुनिक काल
भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, जिसके बाद उत्तर प्रदेश एक प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित हुआ। इसका गठन 1950 में किया गया था और इसे उत्तर प्रदेश नाम दिया गया।
UTTAR PRADESH : संस्कृति और विरासत
नृत्य: उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यहां की लोक कलाएं, संगीत, नृत्य और त्योहार पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं। ‘कथक’ नृत्य की उत्पत्ति उत्तर प्रदेश में हुई थी।
भाषा: हिंदी उत्तर प्रदेश की मुख्य भाषा है, जबकि उर्दू, अवधी, ब्रज, भोजपुरी जैसी क्षेत्रीय भाषाएं भी यहां बोली जाती हैं।
खान-पान: उत्तर प्रदेश का व्यंजन विविधतापूर्ण है, जिसमें लखनऊ की नवाबी बिरयानी, बनारस का पान और आगरा का पेठा प्रसिद्ध हैं।
UTTAR PRADESH : आधुनिक उत्तर प्रदेश
वर्तमान में उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है और इसका राजनीतिक महत्व बहुत अधिक है। राज्य में अनेक औद्योगिक केंद्र, कृषि उत्पादक क्षेत्र और पर्यटन स्थल हैं।
UTTAR PRADESH : उल्लेखनीय स्थल
- वाराणसी — दुनिया के सबसे प्राचीनतम जीवित नगरों में से एक।
- आगरा — ताजमहल।
- अयोध्या — भगवान राम की जन्मभूमि।
- मथुरा — भगवान कृष्ण की जन्मभूमि।
- प्रयागराज — कुंभ मेले का प्रमुख केंद्र।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश का इतिहास केवल एक राज्य का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की सभ्यता, संस्कृति और राजनीति का आईना है। प्राचीन काल से लेकर आज तक, इस भूमि ने भारत के उत्थान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

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